गुरुजी के पास चाक है, पर ब्लैक बोर्ड नहीं basic Shiksha news
Updatemart - खबर संतकबीरनगर की है जहां परिषदीय विद्यालयों में कान्वेंट की भांति सुविधा और पढ़ाई की व्यवस्था करने की पहल चल रही तो वहीं दूसरी तरफ इन विद्यालयों में जरूरी सुविधाओं का ही अभाव बना हुआ है।
संतकबीनगर जिले के नौ ब्लाक में करीब 25% ऐसे विद्यालय हैं, जहां पर गुरुजी के पास चाक तो है पर चौक से लिखने के लिए ब्लैक बोर्ड नहीं है। इस बात का खुलासा प्रेरणा एप के सर्वे में हुआ। इनमें अनेक स्थानों पर ब्लैक बोर्ड की स्थिति बदहाल हैं, ऐसे में पढ़ाई के नाम पर सिर्फ ककहरा से काम चलया जा रहा है। प्रधानाध्यापकों ने इसके संबंध में कई बार शिकायत की फिर भी अधिकारी उदासीन बने हुए हैं।
389 स्कूलों में ब्लैक बोर्ड की सुविधा नहीं
जिले में 1518 प्राथमिक तथा उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं। लेकिन दुरभाग्यवश 1137 विद्यालयों में ही श्याम पट्ट है, इसमें भी कई स्थानों पर शिक्षकों को ब्लैक बोर्ड पर चाक चलाने में कठिनाई होती है।
खलीलाबाद में स्थिति सबसे खराब
खलीलाबाद ब्लाक में स्कूलों की स्थिति सबसे खराब पाई गई। पहले चरण के सर्वे में 194 स्कूलों में से 74 विद्यालयों में ब्लैक बोर्ड की सुविधा नहीं मिली। इसके बाद शेष 32 विद्यालयों में लगभग 13 से अधिक स्थान पर ब्लैक बोर्ड की स्थिति बदहाल मिली।
बघौली ब्लाक में 16%, बेलहर कला में 27%, हैंसर बाजार में 30%, मेंहदावल में 21%, नाथनगर में 23%, पौली 17%, सांथा में 19%, सेमरियावां में 9% विद्यालयों में ब्लैक बोर्ड की सुविधा नहीं है।
शीघ्र दूर होगी ब्लैक बोर्ड की समस्या
प्रेरणा एप पर दर्ज सूचना में कुछ खामियां पाई गई हैं। संबंधित विद्यालयों में प्रमुखता से ब्लैक बोर्ड व ऑपरेशन ब्लैक बोर्ड के तहत आने वाले अन्य उपयोगी सामग्री उपलब्ध कराने के लिए खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है। विद्यालय में जो भी खामियां पाई गई हैं उन्हें शीघ्र दूर की जाएंगी। इन कमियों को दूर करने के लिए कायाकल्य योजना के तहत स्कूलों में कार्य चल रहा है।



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